


मध्यप्रदेश के खिवनी वन अभयारण्य क्षेत्र में हाल ही में आदिवासी परिवारों की झोपड़ियों को हटाए जाने के बाद उपजे विवाद पर राज्य सरकार हरकत में आ गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह को मौके पर भेजा। रविवार को मंत्री शाह बारिश और कीचड़ से भरे रास्तों में पैदल चलकर प्रभावित आदिवासी परिवारों से मिलने पहुंचे। ग्रामीणों से बातचीत करते हुए मंत्री शाह ने कहा, "मुख्यमंत्री ने मुझे विशेष रूप से आपकी पीड़ा सुनने और आपकी मदद के लिए भेजा है। किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी और आपको मुआवज़ा दिलाया जाएगा।"
मंत्री के साथ विधायक आशीष शर्मा और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। रास्ता अत्यंत दुर्गम होने के कारण मंत्री को वापसी में ट्रैक्टर-ट्रॉली की सहायता लेनी पड़ी। यह दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें मंत्री शाह लाठी के सहारे कीचड़ में चलते नज़र आए।
इससे पहले, 23 जून को वन विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में 50 से अधिक कच्ची झोपड़ियाँ ढहा दी गई थीं, जिससे क्षेत्र में भारी नाराजगी फैल गई थी। विरोध के स्वर उठने के बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत संज्ञान लेते हुए स्थानीय वन अधिकारी को हटाया और मंत्री शाह को मौके पर भेजा। आदिवासी समुदाय ने मंत्री के दौरे का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि सरकार उन्हें पुनर्वास और मुआवज़े की व्यवस्था शीघ्र उपलब्ध कराएगी।